बुधवार, ३१ जानेवारी, २०१८

सेंद्रिय शेती व तिचे फायदे आणि रासायनिक खतेयुक्त शेती व तिचे दुष्परिणाम
भाग 1
सेंद्रिय अन्न खा निरोगी आयुष्य जगा, ना रसायन, ना किटकनाशके, ना ग्रोथ हारमोंस

आपण आज कय खात आहोत,
आज आपण जे खात आहोत त्यात भरपुर प्रमाणत हाणिकारक किट्कनाशके, रासायनिक फर्टीलायझर्स, शेति करताना उत्पन्न वाढीसाठी वापरले जातात, याचाच अर्थ हे अतिविषारी आहे.

पिकावर विषारी रसायनाची फवारणी सारखी चालू असते व जमिनीमधुन युरिया, सुफला व ईतर रसायन युक्त खते झाडाला/रोपट्याला सतत दिले जातात.
अशा पालेभाज्या, फळे, कडधान्य वाळलेली धान्य व इतर उत्पादने आपण बाजारातून खरेदी करून आणल्या नंतर जरी धुऊन घेतली व गरम पाण्यात उकळून काढली तरी ती फक्त वरूनच साफ होतात, परंतु फवारणीच्या वेळेस मारलेली विषारी कीटकनाशके व जमिनीमधुन दिलेले रासायनिक खते हे पानाद्वारे व मुळाद्वारे, फळामध्ये व पालेभाज्यामध्ये आलेले असतात.

त्यांचे अंश जसेच्या तसेच राहतात आणि तेच अन्न आपण रोज खात आहोत. त्यामुळे रोजच्या जेवणामधून आपल्या शरीरामध्ये रासायनिक विषारी अंशाचा साठा वाढत चाललेला आहे आणि त्याचे दुष्परिणाम आपल्या शरीरावर मोठ्या प्रमाणात आढळून येत आहे.

सोमवार, २९ जानेवारी, २०१८

मक्का.
लगातार दूसरी फसल भी जोरदार मिली.

१) किसान भाई का नाम ज्ञानेश जयवंत शेलके धनगरवाड़ी तहसील जुन्नर जिला पुणे, किसान भाई कंपनी के प्रतिनिधि जयसिंग गबाजी बटवाल सर के मार्गदर्शन में अनेक फसलों में मल्टीप्लायर का इस्तेमाल कर चुके हैं.

२) मक्का की फसल एक ही खेत में लगातार दूसरी बार नहीं ली जाती, मक्का की फसल मिटटी से ज्यादा भोजन उठा लेती है, इसलिए लगातार दूसरी बार लगाने पर दूसरी फसल का उत्पादन प्रभावित होता है.

३) यह बात सभी किसान भाई जानते हैं, इसके बावजूद मल्टीप्लायर की ताकद का अनुभव ले चुके ज्ञानेश सर ने मक्का की फसल पर फिर से मक्का लगाने का निर्णय लिया.

४) दूसरी बार की फसल में कलर थोड़ा कम हरा दिख रहा था, ग्रोथ भी कम नजर आ रही थी, किसान भाई ने तुरंत छिड़काव करने का निर्णय लिया.

५) २५ लीटर पानी में २५ ग्राम मल्टीप्लायर + ३ मिली कृष्णा ऑल क्लियर + १ मिली स्प्रे प्लस मिलाकर ६ दिन के अंतर से २ बार छिड़काव किया.

६) सिर्फ आठ दिन में फसल डार्क ग्रीन बनकर तेजी से बढ़ने लगी, अभी भुट्टे भी लग गए हैं, किसान भाई का कहना है की, उत्पादन पहली फसल के उतना ही मिलेगा.

रविवार, २८ जानेवारी, २०१८



संतरा.

१) किसान भाई का नाम शाजिद शेख शिरजगाव बंड तहसील चांदुर बाजार जिला अमरावती, इनके पास ४ एकड़ संतरे की बाग है, उसमें ५०० पेड़ हैं, सभी पेड़ पीले पड़ गए थे, पत्तियां सुख गई, डगालें सुख गई, जाडी-जाडी टहनियां बची थी, ग्रोथ ख़तम हो गई थी.

२) उन्होंने अपनी समस्या कंपनी के प्रतिनिधि प्रवीण बिरे सर को बताई, प्रवीण सर ने तुरंत उपचार बताया.

३) २०० लीटर पानी में ५०० ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर पौधों के रूट झोन में डाला.

४) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर + ५ मिली कृष्णा ऑल क्लियर + २ मिली कृष्णा स्प्रे प्लस मिलाकर छिड़काव किया.

५) मल्टीप्लायर की ट्रीटमेंट होते ही, पेड़ जो मरने की स्तिथि में आ गए थे जिन्दा हो गए, पूरे पेड़ में नई पत्तियां आ गई, नई शाखाएं आने लगी, किसान चिंता मुक्त हो गया.


शनिवार, २७ जानेवारी, २०१८




पपीता,पपई.

१) किसान भाई का नाम स्वप्निल सुरेश पाटील ग्राम सुलवाडे तहसील शहादा जिला नंदुरबार, इन्होने ५ जून को ५ एकड़ क्षेत्र में पपई लगाईं.

२) २ बार प्रति एकड़ १ किलो मल्टीप्लायर रासायनिक खाद में मिलाकर दिया.

३) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर २ बार छिड़काव किया
.
४) किसान भाई कंपनी के प्रतिनिधि हैं, मल्टीप्लायर की ताकत से परिचित होने के कारण उन्होंने रासायनिक खाद हमेशा के मुकाबले कम डाला
.
५) आजु-बाजू के किसान भाइयों की पपई में अनेक समस्याएं आने के बाद उनको बहोत सारे उत्पादन का इस्तेमाल करना पड़ा, समस्या में पूरी तरह निजात ना मिलने के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ
.
६) इस पपई में कोई समस्या नहीं आई, इसलिए पेड़ पर अनगिनत पपई लगी हैं, उत्पादन अपेक्षा से ज्यादा मिलेगा ऐसा स्वप्निल सर का कहना है


शुक्रवार, २६ जानेवारी, २०१८



मिर्ची.
उत्पादन ५० प्रतिसत ज्यादा मिलने लगा.

१) किसान भाई का नाम यशवंत भाई पटेल ग्राम खंबोलाज तहसील तथा जिला आनंद, किसान भाई की मिर्ची की फसल में किटक समस्या के कारण ग्रोथ रुक गई थी, कंपनी के प्रतिनिधि बृजेश जयहिंद भाई पटेल सर ने मल्टीप्लायर का इस्तेमाल करके ग्यारंटी का उत्पादन लेने की तकनीक बताई.

२) किसान भाई ने डेड एकड़ क्षेत्र में मिर्ची की फसल ड्रिप इरीगेशन सिस्टम पर लगाईं थी, प्रत्येक ४ दिन के अंतर से २०० ग्राम मल्टीप्लायर ५ बार दिया.

३) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर ४ बार छिड़काव किया.

४) फसल में कुछ ही दिनों में सकारात्मक परिवर्तन आना प्रारम्भ हो गया, मिर्ची के पौधों पर जगह-जगह फूल और मिर्ची दिख रही हैं.

५) पहले अच्छी फसल से जितना उत्पादन मिलता था, उससे ५० प्रतिसत ज्यादा उत्पादन मिल रहा है.


गुरुवार, २५ जानेवारी, २०१८

गुलाब के फूल की खेती.
उत्पादन ज्यादा और क्वालिटी मिल रहा है.

१) किसान भाई का नाम ललित प्रकाश गोरडे ग्राम अंबाड़ा तहसील मोर्शी जिला अमरावती, इन्होने गुलाब तथा दूसरे फूलों की १ एकड़ क्षेत्र में खेती की है, कंपनी के प्रतिनिधि स्वप्निल टाकले सर ने उनको मल्टीप्लायर के साथ ज्यादा उत्पादन की तकनीक बताई.

२) किसान भाई ने फूलों के पौधे लगाते समय १ किलो मल्टीप्लायर रासायनिक खाद में मिलाकर दिया.

३) १५ दिन बाद १५ लीटर पानी में २० ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर छिड़काव किया.

४) अभी उत्पादन निकलना प्रारम्भ हो गया है, हमेशा के मुकाबले ५० से ६० प्रतिसत उत्पादन ज्यादा मिल रहा है, फूलों की गुणवत्ता बेहतर होने के कारण बाजार में ललित जी के फूल सबसे पहले बिकते हैं, भाव भी अच्छा मिलता है.




मंगळवार, २३ जानेवारी, २०१८





टमाटर.
जोरदार फसल तैयार हो गई है.

१) किसान भाई का नाम भटू पाटील ग्राम चुबरी तहसील अमलनेर जिला जळगाव, इनको कंपनी के प्रतिनिधि प्रभुसिंग परदेशी सर ने मल्टीप्लायर के साथ समस्या मुक्त उत्पादन लेने की तकनीक बताई.

२) किसान भाई ने रासायनिक खाद के आलावा २५० ग्राम मल्टीप्लायर प्रत्येक १० दिन के अंतर से खेत में पौधे लगाने से आज तक दिया है.

३) ३ बार फसल पर १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर + ३ मिली कृष्णा ऑल क्लियर + १ मिली कृष्णा स्प्रे प्लस मिलाकर छिड़काव किया.

४) मल्टीप्लायर जमीन से तथा छिड़काव द्वारा मिलने के कारण फसल बलवान बन गई, किटक रोग कम से कम रहे, फसल बढ़ने तथा ज्यादा उत्पादन मिलने के लिए कोई एक्स्ट्रा खर्च नहीं करना पड़ा.

५) बस उत्पादन बाजार में जाने की स्तिथि में है, फसल की स्तिथि देखकर आजु-बाजू के किसान भाई भी रेकार्ड उत्पादन मिलेगा, ऐसा कह रहे हैं


रविवार, २१ जानेवारी, २०१८



ककड़ी.
खर्च कम, उत्पादन ज्यादा.

१) किसान भाई का नाम दत्तात्रय वसंतराव इसरकर ग्राम उपलाई बु II तहसील माढा जिला सोलापुर, इनको कंपनी के प्रतिनिधि सुनील वैरालकर सर ने मल्टीप्लायर की मदत से कम खर्च में ज्यादा उत्पादन लेने की तकनीक बताई.

२) किसान भाई ने १४ नोव्हेम्बर को ककड़ी की फसल लगाईं.

३) रासायनिक खाद देते समय उसमें १ किलो मल्टीप्लायर मिलाकर दिया.

४) २५० ग्राम मल्टीप्लायर ड्रिप इरीगेशन सिस्टम से अभी तक ४ बार दिया है.

५) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर २ बार छिड़काव किया है.

६) अप्रतिम परिणाम मिला है, हमेशा के मुकाबले खर्च कम हुआ, पहले बहोत सारे उत्पादन डालना पड़ते थे, इस बार दूसरे उत्पादनों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ा.

७) पहले ज्यादा खर्च करने के बावजूद उत्पादन बढ़कर नहीं मिलता था, इस बार खर्च कम होने के बावजूद उत्पादन बढ़कर मिल रहा है, क्वालिटी भी बेहतर होने से बाजार में भाव अच्छा मिल रहा है.


शनिवार, २० जानेवारी, २०१८


आलू,बटाटा.

१) किसान भाई का नाम हरेंद्र कुमार बुलंदशहर, इनको कंपनी के प्रतिनिधि हिमांशु मिश्रा सर ने मल्टीप्लायर का इस्तेमाल करके ज्यादा उत्पादन देने की तकनीक बताई.

२) किसान भाई ने १ एकड़ क्षेत्र में १ किलो मल्टीप्लायर बहते पानी के साथ २ बार दिया.

३) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर २ बार छिड़काव किया.

४) फसल ताकतवर बन गई, पत्तियां गहरे हरे कलर की हो गई, ग्रोथ तेज मिली, पत्तियों का आकार बड़ा बन गया, फसल ने हर दिन सूर्यप्रकाश की मदत से ज्यादा भोजन बनाया.

५) अभी फसल निकलने में समय है, कुछ पौधों को उखाड़कर देखने पर पता चला प्रत्येक पौधे के नीचे २५ से ज्यादा आलू तैयार हो रहे हैं, रेकॉर्डब्रेक उत्पादन मिलेगा ऐसा सभी का कहना है.

बुधवार, १७ जानेवारी, २०१८

गेहूं.
फसल शानदार बन गई.

१) किसान भाई का नाम ज्ञानदेव तुकाराम सुपेकर ग्राम भालगांव तहसील पाथर्डी जिला अहमदनगर, इन्होने कंपनी के प्रतिनिधि जालिंदर गायके सर से मल्टीप्लायर के साथ गेहूं की खेती करने की तकनीक समझ कर १ किलो मल्टीप्लायर खरेदी किया.

२) कुल २५ आर क्षेत्र में गेहूं लगाया था, ५०० ग्राम मल्टीप्लायर जमीन से दिया.

३) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर २ बार छिड़काव किया.

४) फसल बहोत जोरदार तैयार हुई है, उत्पादन भी अच्छा आएगा.


मंगळवार, १६ जानेवारी, २०१८

कांदा,प्याज.
कोई भी अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ा.

१) किसान भाई का नाम संदीप पाटील एरंडोल जिला जलगांव, इनको एक एकड़ क्षेत्र में प्याज की फसल लगाना थी, इन्होने कंपनी के प्रतिनिधि लखनसिंग परदेशी सर से पूरी जानकारी लेकर फसल लगाईं, फसल देखकर किसान भाई इतने खुश हैं की, कहते हैं, आज के बाद मल्टीप्लायर के साथ ही खेती करूँगा.

२) प्याज लगाने के बाद रासायनिक खाद के साथ १ किलो मल्टीप्लायर जमीन से दिया.

३) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर २ बार छिड़काव किया.

४) फसल अभी ढाई महीने की है, ग्रोथ अच्छी हुई है, कलर डार्क ग्रीन है, पत्तियों की जाडी ज्यादा है, आजु-बाजू के किसान भाई फसल को देखने आ रहे हैं.

५) फसल को उत्पादन योग्य बनाने के लिए एक रुपये का भी अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ा.



सोमवार, १५ जानेवारी, २०१८


Drumstick सुरजने की फली, सहजन, शेवगा.
फलियों की संख्या बढ़ गई.

१) किसान भाई का नाम दीक्षित भाई पटेल ग्राम खंबोलाज तहसील तथा जिला आनंद, किसान भाई को कंपनी के प्रतिनिधि बृजेश जयहिंद भाई पटेल सर ने मल्टीप्लायर की मदत से ज्याद उत्पादन लेने की तकनीक बताई.

२) किसान भाई की समस्या यह थी की, फूल कम संख्या में आ रहे थे, इसलिए अपेक्षित उत्पादन नहीं मिल पा रहा था.

३) कुल क्षेत्र ६ बीघा था, यूरिया में ६ किलो मल्टीप्लायर मिलाकर जमीन से दिया.

४) १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर मिलाकर ४ बार छिड़काव किया.

५) कुछ ही दिनों में पत्तों का कलर डार्क ग्रीन बन गया, फूलों की संख्या बढ़ गई.

६) किसान भाई का कहना है की, हमेशा के मुकाबले बहोत ज्यादा उत्पादन मिल रहा है.




रविवार, १४ जानेवारी, २०१८

मिर्ची.
ख़राब हो चुकी मिर्ची उत्पादन देने लगी.

१) किसान भाई का नाम रामु भिवगड़े ग्राम धरमपुरी तहसील मौदा जिला नागपुर, इन्होने मिर्ची की फसल लगाईं थी, भयानक किड अणि रोग आने से मिर्ची की फसल ख़राब हो गई, अनेक उपायों के बावजूद मिर्ची में सुधार नहीं आया.

२) किसान भाई ने उसकी समस्या कंपनी कके प्रतिनिधि शिवाजी अप्पा शिवगिरे सर को बताई, सर ने तुरंत ख़राब हो चुकी मिर्ची की फसल उत्पादन देने योग्य बनाने की तकनीक बताई.

३) शिवाजी अप्पा की सलाह अनुसार किसान भाई ने ४-४ दिन के अंतर से तीन बार १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर + ३ मिली कृष्णा ऑल क्लियर + १ मिली कृष्णा स्प्रे प्लस के साथ रस चूसनेवाले किटक की दवा मिलाकर छिड़काव किया.

४) छिड़काव समाप्त होते-होते फसल भी तक़रीबन सुधर गई, पत्तियां जो गोल हो गई थी, सीधी होने लगी, नई पत्तियां अच्छी आना सुरु हो गया, ग्रोथ तेज हो गई, नए पत्तों के पास फूल आने लगे, मिर्ची लगने तथा बढ़ने लगी.

शनिवार, १३ जानेवारी, २०१८

चना,हरभरा.
फार्मर च्वाइस पैकेज का कमाल.

१) किसान भाई का नाम शालिग्राम कटाळे दर्यापुर जिला अमरावती, इनको कंपनी के प्रतिनिधि गजानन धर्माले सर ने चने की फसल में ज्यादा उत्पादन लेने की तकनीक बताई.

२) किसान भाई ने ५ एकड़ क्षेत्र में चने की फसल लगाईं है.

३) चने की फसल पर १५ लीटर पानी में १५ ग्राम मल्टीप्लायर + ३ मिली कृष्णा ऑल क्लियर + १ मिली कृष्णा स्प्रे प्लस मिलाकर ३ बार छिड़काव किया.

४) फसल तेजी से बढ़ने लगी, कलर डार्क ग्रीन बन गया, शाखाओं की संख्या बढ़ गई.

५) आज चने की फसल ४५ दिन की है, जबरदस्त ग्रोथ है, उत्पादन बढ़कर मिलेगा.



 अरहर (तुवर) खेती।   मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।           १) किसान भाई का नाम श्री रविंद्र दरसिम्बे धारणी जिला अमरावती महाराष्ट्र।   २) मार्ग...