सोमवार, ३१ ऑगस्ट, २०२०

 


ज्वार की खेती 

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ.


१) किसान भाई का नाम श्री संदीप मारोती पतेवार ग्राम बागन टाकली तहसील देगलुर जिला नांदेड़ महाराष्ट्र.

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता agrobhet organic 9767981244

३) किसान भाई ने ज्वार की फसल में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया.

४) फसल तेजी से बढ़ी, कलर डार्क ग्रीन बना रहा, पत्तों का आकार बड़ा मिला, ज्वार का कनिस भी बड़े आकार का मिला.

५) अचानक पानी की कमी आ जाने से फसल को पानी कम दिया गया, उसके बावजूद उत्पादन पर कोई परिणाम नहीं हुआ, किसान भाई का कहना है की, उत्पादन पिछले सभी उत्पादनों के मुकाबले डबल मिलनेवाला है.


रविवार, २३ ऑगस्ट, २०२०

मूँगफली की खेती

 मूंगफली की खेती,

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ.

१) किसान भाई का नाम श्री रितेश नारणभाई पटेल ग्राम देशाईपुरा कंपा तहसील बायड जिला अरावली गुजरात.

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता  agrobhet organic 9767981244

३) मूंगफली की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया.

४) रीतेशभाई ने बताया की, उनके जीवन में उन्होंने खेत में केंचुए नहीं देखे थे, इसके पहले मक्का और चने में इस्तेमाल किया था, दूसरी बार के इस्तेमाल में केंचुए खेत में काम करने लगे.

५) मूंगफली की फसल हलके पीले रंग की रहती है, मल्टीप्लायर तकनीक के कारण डार्क ग्रीन कलर की बनी है, डाहयाभाई का कहना है की, उत्पादन डबल तक बढ़ सकता है.

शनिवार, २२ ऑगस्ट, २०२०

एक सलाम! भिंतीपलीकडंचं नातं जपणारे बाबा भाई



एक सलाम! भिंतीपलीकडंचं नातं जपणारे बाबा भाई


#जगालाप्रेमअर्पावे

#व्हायरलगोष्टी 

#agrobhet_organic 

#motivation 


भिंतीपलीकडं नातं जपणाऱ्या नात्याची हि गोष्ट आहे. आपल्या अहमदनगर जिल्ह्यातील बोधेगाव  येथील भुसारे परिवारातील दोन मुलींच्या लग्नात मामाचे विधी बाबा भाई पठाण यांच्या हस्ते संपन्न झाले. या दोन मुलींची आई दरवर्षी बाबा भाईना राखी बांधते. कारण त्यांना सख्खा भाऊ नाही. भावाची व मामाची भुमिका बाबा भाई पठाण यांनी बजावली. सोशल मीडियावर अवघ्या काही क्षणात या घटनेचे फोटो प्रचंड व्हायरल झाले आहेत.

शुक्रवार, २१ ऑगस्ट, २०२०

मिर्ची की खेती

 मिर्ची की खेती, 

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। 


१) किसान भाई का नाम श्री राजाबाबू गोटीपती ग्राम तरसा जॉइंट तहसील मौदा जिला नागपुर महाराष्ट्र। 

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता agrobhet organic 9767981244

३) मिर्ची की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया।  

४) फसल की ग्रोथ अच्छी हुई है, सभी पत्ते पूर्ण स्वस्थ हैं, किध रोग नहीं है। 

५) फूलों की संख्या अच्छी है, उत्पादन लगातार मिलता रहेगा।

बुधवार, १९ ऑगस्ट, २०२०

kapas ki kheti

 कपास की खेती, 

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। 


१) किसान भाई का नाम श्री पंकज वलवी ग्राम धानोरा जिला नंदुरबार महाराष्ट्र। 

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता agrobhet 0rganic 9767981244

३) कपास की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया।  

४) पौधों की ग्रोथ अच्छी है, पत्तों का आकर बड़ा है। 

५) फसल पर कोई रोग नहीं है, अभी तक रासायनिक दवाई का छिड़काव नहीं करना पड़ा। 

६) अभी तक रासायनिक खाद भी नहीं दिया है, आप फोटो में फसल की जो ग्रोथ देख रहे हैं, पूरी सिर्फ मल्टीप्लायर तकनीक की ग्रोथ है।


मंगळवार, १८ ऑगस्ट, २०२०

अ‍ॅग्रोभेट ऑरगॅनिक आयोजित बैलपोळा स्पेशल स्पर्धा!

 अ‍ॅग्रोभेट ऑरगॅनिक आयोजित बैलपोळा स्पेशल स्पर्धा!

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स्पर्धा काय? : आपल्याला बैलजोडीसोबत फोटो काढायचा आहे!

सहभागी होण्यासाठी : आमच्या फेसबुक पेजच्या कमेंट बॉक्समध्ये फोटो पाठवून आपण स्पर्धेत सहभागी होऊ शकता!

यातील निवडक फोटो आम्ही आमच्या फेसबुक पेजवर प्रकाशित करू...

अन्नदात्याचे सर्वस्व! आज त्याच्या पूजना चा दिवस... हा दिवस खास करण्याची संधी सोडू नका!Image may contain: 1 person, text that says 'ॲग्रोभेट ऑरगॅनिक आयोजित AgrobhetOrgan बैलपोळा स्पेशल स्पर्धा कमेंट बॉक्समध्ये फोटो पाठवा आणि सहभागी व्हा! स्पर्धेत सहभागी होऊन बैलपोळा करा खास Agrobhet Organic Contact: 9767981244 www.agrobhet.com agrobhet@gmail.com'


सोमवार, १७ ऑगस्ट, २०२०

असे करा सेंद्रिय शेतीमधील पीक संरक्षण!

 असे करा सेंद्रिय शेतीमधील पीक संरक्षण!

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सेंद्रिय शेतीमध्ये जशी-जशी वातावरण निर्मिती होईल तशी जमिनीची सुपीकता वाढेल मित्र किडी वाढतील. हळू-हळू रोग व किडीही कमी-कमी होत जातील. आरंभी पीक संरक्षणासाठी काही उपाय योजावे लागतात पण पुढे काहीच करण्याची गरज उरत नाही. त्याचे योग्य प्रकारे पीक नियोजन केले की झाले.

विकर्षक वनस्पती : सब्जा,आष्टा, डीकामाली इ. तीव्र वासाच्या वनस्पतीपासून किडे दूर जातात. शिळ्या गोमूत्राचे कार्यही अशाच प्रकारे असते. पीकात अधेमधे अशी वनस्पती असायला हवी वारा सुटला की, आपणास सब्जाचा घमघमाट जाणवतो. किड्यांना मात्र हे गंध नेहमीच जाणवत असतात.

सापळा पीक : चवळी, मोहरी, राईवर विसावतो, झेंडू वर तुडतुड्याची गर्दी दिसते. त्यामुळे या किडीपासून मुख्य पीक वाचते. अनेक शेतकऱ्यांचा याबाबत गैरसमज होतो कि, चवळीमुळे मावा वाढतो असे त्यांना वाटते आणि ते ह्या पिकांना दूषण देतात. कपाशीच्या दोन ओळी मध्ये लवकर येणारी झुडपी प्रकारची चवळी लावावी. याचे दुहेरी फायदे आहेत चवळीवर मावा एकत्र होतो आणि कपाशीला चळवळीमुळे नत्र पुरवठा होतो. आवश्यकतेनुसार चवळीवर मावा किडीसाठी कडूलिंबासारखे औषध फवारता येईल. चवळीचे उत्पन्नही मिळते त्यातून कपाशीचा लागवड खर्च निघतो.

सेंद्रिय शेती काळाची गरज बनत चालली आहे. याबाबत अधिक माहितीसाठी संपर्क करा : अॅग्रोभेट ऑरगॅनिक - 9767981244

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अनार की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ.

 अनार की खेती,

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ.  


१) किसान भाई का नाम श्री हणमंत कोळेकर ग्राम दिघंची तहसील आटपाडी जिला सांगली महाराष्ट्र.

२) मार्गदर्शक विक्रमवीर पुरस्कार विजेता श्री शिवाजी शिरगिरे सर तथा मल्टीप्लायर विक्रेता agrobhet organic 9767981244

३) अनार की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया.

४) अनार की खेती ज्यादा उत्पन्न देनेवाली खेती है, परन्तु समस्या आ जाय तब टोटल नुकसान भी होता है, केमिकल खेती में समस्याएं एक के बाद एक आती रहती हैं, उनके निवारण में बहोत ज्यादा पैसा खर्च होने के कारण, अनार की खेती महँगी खेती मानी जाती है.

५) मल्टीप्लायर तकनीक नैसर्गिक तथा झिरो बजेट खेती प्रणाली होने के कारण, खेत में इस प्रणाली की शुरुवात होते ही, समस्याओं की समाप्ति हो जाती है, इस खेत में साधारण खेती में होनेवाले खर्च के जैसा खर्च हुआ है, उत्पादन अपेक्षा के मुताबिक है, साइज बढ़ रहा है.

६) उत्पादन बिक्री से प्राप्त होनेवाले उत्पन्न के साथ, खर्च में बचत भी उत्पन्न बढ़ाएगी, मतलब डबल फायदा होनेवाला है.


रविवार, १६ ऑगस्ट, २०२०

मूंगफली की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ.

 मूंगफली की खेती,

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ.


१) किसान भाई का नाम श्री जयपाल सिंह जडेजा ग्राम काना छिकारी तहसील नवागाम जिला जामनगर गुजरात.

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता agrobhet organic 9767981244

३) मूंगफली की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया.

४) मूंगफली के पत्ते हमेशा पीले कलर के होते हैं, इस फसल के फोटो देखिये पत्तों का कलर डार्क ग्रीन है, इससे पता चलता है की, उत्पादन डबल से ज्यादा मिलेगा.

५) परिसर में काफी किसान भाई मूंगफली लगते हैं, एक पौधे से 20 से 22 मूंगफली मिलती है, मल्टीप्लायर तक्नीकवाली इस खेती में 65 ज्यादा फलियां हैं.

मंगळवार, ११ ऑगस्ट, २०२०

सोयाबीन की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।

 सोयाबीन की खेती, 

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। 


१) किसान भाई तथा कंपनी प्रतिनिधि श्री भगवान् लहाने सर ग्राम हिवरा आश्रम तहसील मेहकर जिला बुलढाणा महाराष्ट्र। 

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेताAGROBHET ORGANIC 9767981244

३) सोयाबीन की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया।  

४) बहोत शानदार ग्रोथ हो रही है, पत्तों का आकार बड़ा है। 

५) फसल का कलर डार्क ग्रीन है। 

६) उत्पादन बढ़कर मिलेगा।

शनिवार, ८ ऑगस्ट, २०२०

करेले की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।

 करेले की खेती, 

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। 


१) किसान भाई का नाम श्री मुकेश कुमार चौधरी ग्राम नावापाली तहसील बरमकेला जिला रायगढ़ छत्तीसगढ़।    

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता  agrobhet organic 9767981244

३) करेले की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया।  

४) मुकेश जी ने पहले दिन से करेले की खेती में मल्टीप्लायर का इस्तेमाल करने के कारण, बेल की ग्रोथ बहोत अच्छी हुई। 

५) सभी पत्ते स्वस्थ हैं, उत्पादन भी बढ़कर मिल रहा है।

शुक्रवार, ७ ऑगस्ट, २०२०

भेंडी की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।

 भेंडी की खेती,

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ। 


१) किसान भाई का नाम श्री विलास आजबले ग्राम चोहा पहेला तहसील तथा जिला भंडारा महाराष्ट्र। 

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर विक्रेता  agrobhet organic 9767981244

 

३) भेंडी की खेती में मल्टीप्लायर तकनीक का इस्तेमाल किया। 

४) मल्टीप्लायर तकनीक की खास वैशिष्ठ्य यह है की, पौधा अपनी जरुरत के हिसाब से बढ़ता है, कुछ फसलों में ग्रोथ से फायदा मिलता है उनमें ग्रोथ तेज मिलती है, भेंडी की फसल में ग्रोथ ज्यादा होने से भेंडी दूर-दूर लगती है, अपितु उत्पादन कम मिलता है। 

५) इस खेत में  भेंडी के पौधे की ग्रोथ कम हुई है, भेंडी नजदीक-नजदीक लग रही हैं, उत्पादन हमेशा के मुकाबले बढ़कर मिलेगा।

गुरुवार, ६ ऑगस्ट, २०२०

कपास की खेती, मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।

 कपास की खेती,

मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।


१) किसान भाई का नाम श्री नरेन्द्रभाई ग्राम पिपोदरा तहसील बायड जिला अरावली गुजरात।

२) मार्गदर्शक तथा मल्टीप्लायर  agrobhet organic 9767981244 

३) कपास की खेती में  "मल्टीप्लायर तकनीक" का इस्तेमाल हुआ है।

४) बीजों को खेत में लगाने से पहले मल्टीप्लायर से बीजोपचार किया।

५) 15 दिन के बाद एक बार मल्टीप्लायर + ऑल क्लियर + स्प्रे प्लस मिलाकर छिड़काव किया है।

६) फसल का कलर गहरा हरा है, तेजी से बढ़ रही है।

 अरहर (तुवर) खेती।   मल्टीप्लायर तकनीक के साथ।           १) किसान भाई का नाम श्री रविंद्र दरसिम्बे धारणी जिला अमरावती महाराष्ट्र।   २) मार्ग...