रविवार, २४ जून, २०१८

खुशखबर....खुशखबर ...खुशखबर ...खुशखबर ......शेताकारीबंधावांसाठी .कृष्णा नारायणअस्त्र की अधिक जानकारी.
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कृष्णा नारायणअस्त्र की ख़ास बातें.
1) कृष्णा नारायणअस्त्र में ना कोई जहर है ना केमिकल, 100 प्रतिसत आर्गनिक है.
2) कृष्णा नारायणअस्त्र प्राकृतिक घटकों से बना है,
3) जब भी हानिकारक किड फसल को नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करते हैं, किड पत्तों के पीछे हो या आगे, कृष्णा नारायणअस्त्र के संपर्क में आ जाते हैं.
4) कृष्णा नारायणअस्त्र रस चूसनेवाले किटक तथा सभी प्रकार की इल्लियों के लिए उपयुक्त है.
5) कृष्णा नारायणअस्त्र में केमिकल नहीं होने से पर्यावरण की हानीकारक नहीं है.
6) कृष्णा नारायणअस्त्र में जहरीली दवाएं नहीं होने के कारण, वातावरण में प्रदुषण नहीं फैलता.
कृष्णा नारायणअस्त्र कौन-कौनसी फसलों के लिए उपयुक्त है.
1) चना ( हरभरा )
2) टमाटर.
3) बैंगन ( वांगे ) ( रिंगन )
4) मिर्ची.
5) शिमला मिर्ची.
6) तम्बाकू.
7) कपास ( नरमा )
8) अरहर दाल ( तूर दाल )
9) सोयाबीन
10) एरंडी ( दिवेला )
11) आम (अम्बा )
12) मौसम्बी.
13) संतरा.
14) निम्बू.
15) अमरुद (पेरू ) ( जाम )
16) चीकू.
नोट :- नाजुक पत्तोंवाली फसलें जैसे- सब्जी-भाजी, तरबूज, खरबूज, भेंडी, बेल पर लगनेवाली सब्जियां, इत्यादि के लिए अनुसंधान सुरु है, शायद बरसात ख़तम होते-होते आपको नाजुक पत्तेवाली फसलों का नारायणअस्त्र भी मिल जाएगा.
कृष्णा नारायणअस्त्र कीटकों पर कैसे काम करता है.
1) कृष्णा नारायणअस्त्र में छिड़काव का घोल बनाते समय सर्वोच्च क्वालिटी का टेक्नीकल स्प्रेडर कृष्णा स्प्रे प्लस प्रति पंप 02 मिली मिलाना जरुरी है, कृष्णा स्प्रे प्लस के कारण छिड़काव का घोल फसल के पत्तों की नस-नस में समा जाता है.
2) जैसे की किटक फसल से रस चूसने या उसको काटने या छेद करने का प्रयत्न करते हैं,
कृष्णा नारायणअस्त्र के संपर्क में आ जाते हैं.
3) कृष्णा नारायणअस्त्र कीटकों के शरीर में जाकर व्याधि उत्पन्न करता है, जिसके कारण किटक फसल की नुकसानी तुरंत बंद कर देते हैं.
4) किटक फसलों से भोजन लेना बंद कर देते हैं, इसलिए भूखे रहकर मर जाते हैं.
5) मतलब कृष्णा नारायणअस्त्र का छिड़काव होते ही फसल का नुकसान तुरंत बंद हो जाता है.
कृष्णा नारायणअस्त्र की मात्रा तथा इस्तेमाल का तरीका.
१) 15 लीटर के पंप में सिर्फ 5 मिली कृष्णा नारायणअस्त्र तथा 02 मिली कृष्णा स्प्रे प्लस मिलाना है.
२) पहले आधा पंप पानी से भर लें, फिर अलग डब्बे में 2 लीटर पानी में कृष्णा नारायणअस्त्र 5 मिली तथा 02 मिली कृष्णा स्प्रे प्लस मिला लें, फिर उस घोल को पंप में डालकर, पंप में जितनी जगह हो पानी भर लें, फिर काड़ी की मदत से हलाने के बाद फसलों पर छिड़काव सुरु करें.
३) छिड़काव के समय चाल तेज रखें, पत्तों को बहोत ज्यादा गीला करने की आवश्यकत नहीं है.
कृष्णा नारायणअस्त्र के इस्तेमाल से होनेवाला फायदा.
1) रासायनिक कंट्रोल में अलग-अलग कीड़ों की अलग-अलग दवाएं होने के कारण कई बार 2 या 3 दवाओं का मिश्रण करना पड़ता है, जबकि कृष्णा नारायणअस्त्र अकेला इस्तेमाल करना पड़ता है.
2) अधिक दवाओं के इस्तेमाल से खेती का लागत मूल्य बढ़ जाता है, कृष्णा नारायणअस्त्र बहोत कम मात्रा में तथा अकेला इस्तेमाल होने से खर्च में भारी बचत होती है.
3) रासायनिक छिड़काव में, छिड़काव के बाद कोई दूसरी किड दिखने पर फिर से छिड़काव करना पड़ता है, कृष्णा नारायणअस्त्र का बार-बार छिड़काव नहीं करना पड़ता, इसलिए समय,श्रम तथा पैसों की बचत होती है.
4) रासायनिक छिड़काव में एक पंप की दवा का खर्च 80 से 100 रुपये तक आता है, जबकि कृष्णा नारायणअस्त्र का एक पंप का खर्च 15 रुपये से भी कम आता है.
5) रासायनिक में सफ़ेद मक्खी या थ्रिप्स जैसे किटक बड़ी मुश्किल से कंट्रोल होते हैं, जब तक कंट्रोल में आते हैं, फसल का बहोत नुकसान कर चुके होते हैं, कृष्णा नारायणअस्त्र उपरोक्त कीटकों को आसानी से कंट्रोल करता है.
6) रासायनिक में इल्ली के लिए अलग-अलग दवाएं हैं, कुछ दवाएं तो प्रति लीटर 15000 तक की हैं, कृष्णा नारायणअस्त्र सभी प्रकार की इल्लियों को आसानी से कंट्रोल करता है.
7) कृष्णा नारायणअस्त्र सिर्फ पत्तों के ऊपर से छिड़काव करना है, रासायनिक दवाएं किसान भाई पत्तों के पीछे मारने का प्रयत्न करते हैं, जिसके कारण दुर्घटना भी होती हैं.
नोट :- कृष्णा नारायणअस्त्र में प्रति पंप 02 मिली कृष्णा स्प्रे प्लस मिलाना जरुरी है, अन्यथा अपेक्षित किटक कंट्रोल नहीं मिलेगा. http://imojo.in/2ml1wx
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Krishna Narayan Astra 100ML
कृष्णा नारायणअस्त्र की ख़ास बातें.
1) कृष्णा नारायणअस्त्र में ना कोई जहर है ना केमिकल, 100 प्रतिसत आर्गनिक है.
2) कृष्णा नारायणअस्त्र प्राकृतिक घटकों से बना

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